मेरे फूफा ने मेरी चुदाई कैसे की और मुझे चोद कर उन्हें क्या मिला

क्यों मेरी चुत का शिकार मेरे ही सगे फूफा ने किया और मेरी चुदाई करने के बाद
उन्हें कैसा लगा अगर आप को मेरे फूफा की चुदाई की सेक्स कहानी को और भी अच्छे से जानना है

तो इसे आगे पढ़े और जाने इस मध्होस कहानी को

हेलो दोस्तों मेरा नाम शिवानी है ( बदला हुआ नाम ) मेरी उम्र अभी 19 साल है
मैं पंजाब के होसियार पुर की रहने वाली हु मेरा रंग गोरा और मेरी लम्बाई लगभग 5.6 है

जब से मैं जवान हुई तभी से मेरी गांड का डिज़ाइन भी बदल गया है
जिस बजा से आस पास के बहुत से लड़के मेरी गांड मरने का सपना देखते है

आप सभी की तरह मुझे भी सेक्स और चुदाई की कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है
इसलिए करीब पिछले 5 सालो से मैं लगातार कहानी पढ़ते हुए आ रही हु

जिस वाजा से मेरा भी मन चुदाई करवाने के लिए करने लगा
लेकिन ये बात मैं किसी से साफ साफ नहीं बोल सकती थी

इसलिए मैं अपनी चुत मे ही ऊँगली डाल कर अपनी जवान चूत को शांत कर लेती थी
लेकिन कब और कैसे मेरी चूत को मेरे ही फूफा ने चोद दिया इस का मुझे पता तक नहीं चला

चुदाई का असली माजा क्या होता ये बात मुझे तब पता चली जब मेरे फूफा ने मुझे अच्छे से चोदा
और मेरी चूत का बुरा हल कर दिया

चलिए दोस्तों अब मैं आप को बता देती हु की ये बात कब और कैसे शुरू हुई

लेकिन उसे पहले अब सभी ये जान लो की मेरे फूफा जी का नाम मोहित है
और उन की उम्र अभी 32 साल है लेकिन जब उन्होंने मेरी चुदाई की तब वो 30 साल के थे

और मैं भी उस समय 17 साल की थी
उन की लम्बाई 5.9 है और वो दिखने में बहुत अच्छे लगते हैं

एक दम किसी मोडल की तरह

दरसल मेरे फूफा जी ने मेरी चुदाई तब की थी जब मैं उनके घर पर कुछ
दिनों के लिए रहने के लिए गयी थी उस टाइम मेरी बुआ जी बीमार थी

इसलिए मुझे बुआ जी के घर जाना पड़ा ताकि मैं उन की घर के काम में
हेल्प कर सकू

बुआ जी के घर जाने के बाद में अपनी बुआ से आराम करने के लिए बोल दिया था
कहा जब तक मैं आप के घर पर हु तब तक आप कुछ भी काम नहीं करोगी

बस आप आराम करो क्योकि आपको अभी आराम की बहुत ज्यादा जरूरत है
उन को भी मेरी बात बहुत अच्छी लगी

जब ये बात मैं अपनी बुआ से बोल रही थी फूफा जी भी पास में थे

वो मेरी बात को सुन कर बोले अगर बच्चे हो तो शिवानी जैसे देखो कितनी
अच्छी बात करती है उन के मुँह से ये बात सुन कर मैने फूफा जी को थैंक यू बोला

लेकिन तभी उन्होंने मेरे सर पर हाथ रखते हुए बोले अरे बच्चे आप को थैंक यू बोलने की जरूरत नहीं है
क्योकि जो इन्शान अच्छा होता है उसे सब अच्छा ही बोलते है

फूफा जी से ये बात सुन कर मुझे अच्छा लगा और मैं उन के बारे में
एक अच्छे इन्शान की तरह सोचने लगी

लेकिन एक दिन जब मैं किचन में खाना बना रही थी तभी अचानक से
फूफा जी ने मेरी कमर पर अपना हाथ रखा

और मुझ से पूछने लगे शिवानी बेटा क्या बना रहे हो आज
उस समय मुझे लगा फूफा जी ने ऐसे ही हाथ रखा होगा

उन की बात सुन कर मैने उन्हें बोला फूफा जी आज खाने में मिक्स वेज बना रही हु

इतना सुन कर वो मुझ से बात करने लगे और मेरे मुँह के सामने आ कर खड़े हो गए
मेरा धियान उस टाइम खाना बनने में था

लेकिन मेरे फूफा जी की नज़रे मेरे खड़े हुए मम्मो पर थी उन की इस चाल को मैं समझ गयी थी
फूफा जी का मुझ से बात करना

मेरी तरफ बे वजा देखना दिन पर दिन ज्यादा होता जा रहा था
वो मुझे ले कर कुछ ज्यादा ही सोचने लगे थे

क्योकि मेरी बुआ जी भी काफी दिनों से बीमार थी इस लिए फूफा जी को चुदाई करने
का मौका नहीं मिल रहा था

लेकिन जब से मैं अपने फूफा और बुआ के घर आयी थी तभी से मेरे फूफा जी
मन ही मन मेरी चुदाई करने के बारे में सोचते रहते थे

लेकिन वो साफ साफ बोलने से डरते थे उन की इस खामोसी को मैं अब अच्छे से समझने लगी थी
उन का बार बार मुझे अलग अलग तरीके से छूना

और मेरी तरफ वासना की नज़रो से देखना ये सब बात एक ही इसरा करती थी
की फूफा जी मुझे चोदना चाहते है

दोस्तों जैसा की मने आप को पहले ही बताया था की मैं ऑनलाइन सेक्स की कहानी पढ़ती हु
और मेरा भी मन किसी न किसी से चुदने का करता रहता था

इस लिए मैं भी फूफा जी को उन की इन सभी हरकतो के लिए कुछ नहीं बोलती थी

एक दिन मैं ऊपर छत पर शाम के समय चली गयी तभी मेरे पीछे से फूफा ऊपर छत पर आ गए
और एक जगा साइड में जा कर कुर्सी पर बैठ गए

लेकिन उन की नजर उस टाइम भी मुझ पर थी और बार बार मेरी तरफ देखे जा रहा थे
और बिच में मुस्कुरा दिया करते

तभी थोड़ी देर बाद फूफा जी ने अपनी पेट की जेब से अपना फ़ोन भार निकाला और कुछ देखने लगे
मेरी भी नज़र उस टाइम उन्ही पर थी

तभी उन्होंने अपने फ़ोन की आवाज़ ज्यादा कर दी उन के फ़ोन से सेक्सी आवाज़ आ रही थी
जैसे कोई लड़का किसी लड़की की चुदाई कर रहा हो

मैं समझ गयी की फूफा से अब रुका नहीं जा रहा इसलिए
वो आज मेरे सामने ही ब्लू फिल्म देख रहे है

ताकि वो मेरा धियान अपनी तरफ कर सके क्योकि वो सीधा सीधा मुझे बोलने से डरते थे

करीब 10 मिनट से फूफा जी सेक्स वीडियो देख रहे थे और आवाज़ भी फुल की हुई थी
ताकि मुझे भी आवाज़ सुनाई दे सके

आवाज़ को सुन कर मेरा मन भी चुदाई करवाने का करने लगा था
लेकिन दिक्कत एक ही थी ना तो फूफा जी साफ साफ बोल रहे थे

और ना मैं उन से कुछ बोल सकती थी

तभी मैं अपनी चुत का पानी भार निकालने के लिए ऊपर छत पर बने बाथरूम में चली गयी
वीडियो की आवाज़ बाथरूम में भी सुनाई दे रही थी

और फिर मैं अपनी बुर में ऊँगली करने लगी मुझे करीब 10 मिनट हो गए थे
अपनी चुत में ऊँगली करते करते

तभी फूफा जी ने बाथरूम का दरवाजा खोल दिया उनको लगा
पता नहीं मुझे क्या हुआ काफी देर से बाथरूम में है

अभी तक निकली नहीं है ये बात सोच कर वो बाथरूम के पास आ गए थे
लेकिन मैं भी उस टाइम अपनी चूत में ऊँगली करने के

चक्कर में बाथरूम की कुण्डी लगाना भूल गयी थी

जैसे ही फूफा जी ने बाथरूम का दरवाजा खोला तो उनकी नजर एक दम
मेरी चुत पर पड़ी और वो मुझे इस तरह से देख कर मान ही मन ख़ुशी हो रहे थे

तभी मैं अपने कपडे ऊपर करके और शरमाते हुए बाथरूम से निकल गयी
लेकिन मुझे इस तरह से देख कर मेरे फूफा जी का लण्ड खड़ा हो गया था

मैं निचे किचन में आ कर काम करने लगी फूफा जी भी 2 मिनट बाद मेरे पास आ कर खड़े हो गए
और मुझे देख कर खुश होने लगे फिर बोले शिवानी बेटा जवान हो गयी हो तुम तो

और फिर धीरे धीरे मेरी गांड पर हाथ फेरने लगे

जब वो अपना हाथ मेरी गांड पर फेर रहे थे तो मैं उस समय उन को माना नहीं कर पायी
और वो मेरी गांड को दबाने लगे

फिर उस के बाद फूफा जी चले गए जब वो किचन में मेरी गांड दबा रहे थे मुझे लगा
अब तो फूफा जी मुझे अभी चोद देंगे लेकिन

उन के चले जाने से मैं थोड़ी कंफ्यूज हो गयी और मैं सोचे लगी की फूफा जी को इतना अच्छा मौका मिला था
फिर भी उन्होंने मेरी चुदाई नहीं की

लेकिन फूफा जी मुझे रात में चोदना चाहते थे इसलिए वो रात को करीब 10 बजे मेरे रूम में आ गए

और मेरे साथ मेरे बेड पर लेट गए तब मैं समझी की फूफा मुझे आराम से चोदना चाहते है
उनको लगा मैं सो रही हु

जब उन्होंने मुझे पीछे से गले लगाया तो मुझे एक गर्माहट मिली और मुझे भी अच्छा लगा
फिर वो मेरे कान में आराम से बोले शिवानी उठो मैं हु तुम्हारा फूफा मोहित

लेकिन मैं मोहित फूफा की आवाज़ सुन कर सोने का नाटक करने लगी
उनका लण्ड खड़ा हुआ था और वो मेरी गांड पर पीछे से सटा हुआ था

फूफा के गरम लंड की गर्मी कुछ ज्यादा ही थी इसलिए
मैं भी अपने आप को रोक नहीं पायी और बिना कुछ बोले

मैने अपना पजामा निचे उतर दिया फूफा जी समझ गए थे की मैं अभी सोये नहीं हु
और उनसे चुदाई करवने के लिए अपना पजामा निचे किया है

उन का एक हाथ मेरी गांड की मालिस करने लगा कसम से उन का हाथ जब मेरी गांड पर लगा
तो मेरे मुँह से ….अअअअ की आवाज़ धीरे से निकल गयी

और मेरी आंखे बंद हो गयी मेरी गांड पर हाथ फेरने के बाद
मोहित फूफा मेरी चूत की मालिस करने लगे

अब मुझे भी मजा आने लगा था और फिर मने फूफा की तरफ मुँह कर लिए
और उन को किश करने लगी जैसी ही मने उनको किश किया

उन्होंने मेरी चुत में अपनी 2 ऊँगली अन्दर डाल दी मुझे हल्का सा दर्द हुआ
मैंने तभी फूफा जी के होठ पर काट लिया उन के मुँह से आवाज़ निकली

बहन चोद तू तो बहुत पियासी लग रही है लन्ड की

और फिर हम दोनों धीमी आवाज़ में हसने लगे हाहाहाहाहा….
मैं अपने आप को रोक नहीं पा रही थी इसलिए मैंने अपने फूफा का लण्ड

भार निकाल कर उसे खेलने लगी वो बहुत गरम था
मेरा मन उसे चूमने का कर रहा था तभी फूफा ने बोला देखना चाहती हो अच्छे से

मने है करते हुए बोला है फूफा जी

मेरी इतनी बात सुन कर उन्होंने अपने सारे कपडे उतर दिए
और मेरे सामने नंगे खड़े हो गए और कहा देखो आराम से देखो

जब मने उन का लंड देखा तो वो बहुत बड़ा था इसलिए मने फूफा जी से शरमाते हुए पूछ
लिया की ये इतना लम्बा क्यों है

उन्होंने मेरी तरफ प्यार से देख कर बोला मेरी शिवानी बेटी के लिए
ये बात सुन कर मैं मन ही मन खुश होने लगी

दोस्तों मेरे फूफा के लंड का साइज 9 इंच है उन्होंने मुझे खुद बताया था
फिर उन्होंने मुझ से बोला की शिवानी अपना मुँह खोलो

मैं – लेकिन मुँह क्यों खोलना है
फूफा – जब मुँह खोलूंगी तभी तो पता चलेगा क्या चाहता हु मैं
मैं – पहले मुझे बताओ मुँह क्यों खोलना है
फूफा – हस्ते हुए बोले मेरे बच्चे आप को लण्ड चूसना है
मैं – लेकिन फूफा जी मुझे लंड चूसना नहीं आता मने कभी नहीं चूसा
फूफा – तभी तो सीखना चाहता हु अपने बच्चे को
मैं – ठीक है लेकिन आराम से

उस के बाद फूफा ने मेरे गुलाबी होठो पर अपने 9 इंच लम्बे लंड का टोपा रख दिया
और चूसने को बोलने लगे उन का गरम लण्ड मुझे बहुत अच्छा लग रहा था

और मने पहले उसे आगे से चूमा और फिर धीरे धीरे चूसने लगी

जब मैं फूफा जी का लंड चूस रही थी तो मने देखा की उन्होंने अपनी आंखे बंद की हुई है
और उनके मुँह से यस ऊऊऊ अअअअ उउउउम्म्म की आवाज़ भार आ रही थी

मैं समझ गयी की उनको मुझ से अपने लंड की चुसाई करवाने में मज़ा आ रहा है 5 मिंट बाद
फूफा ने मुझे नंगा करके बेड पर लेटा लिया

और फिर मेरे ऊपर चढ़ गए और मुझे किश करने लगे

उनकी चुमन से मुझे मजा आ रहा था और मुझे चूमते चूमते निचे मेरे बूब्स पर जा पोछे
और फिर उनको चूसने लगे जैसे फूफा जी मेरे मम्मे चूसने लगे

और उनको गरम किया मेरे मुँह से आआआआ। .. उउउउ। … उम्म्म की सेक्सी
सिसकिया भार आने लगी

लेकिन मेरे फूफा जी का चूसना और मुझे चूमना यही नहीं रुका वो फिर मेरी चूत पर
अपने मुँह को रगड़ने लगे और फिर मेरी कुवारी चुत में

अपनी जीभ से चुसाई करने लगे…. अअअअअ। ….उउउउम्म्म। …. ऊऊऊ। …येस अअआ

थोड़ी देर बाद मेरी बूर ने पानी छोड़ दिया और मेरे फूफा जी मेरी बूर
का खट्टा और नमकीन पानी पी गए

मेरी चुत चाटने के बाद फूफा जी ने अपने लंड का सुपरा मेरी कुवारी चूत पर रख दिया
और गरम लोडा जब मेरी कच्ची चूत पर पड़ा तो मेरी आंखे बंद हो गए और फिर

मैं अपने फूफा जी से बोली जान अब और इंतज़ार मत कराओ जल्दी से
अपने इस हथोड़े को मेरी चुत में उतर दो

इतना सुनते ही फूफा जी ने अपने लंड को अच्छे से मेरी चुत पर सेट करके एक झटका मर दिया

जैसे ही फूफा का लन्ड मेरी बूर में थोड़ा सा अंदर उतरा मेरी चीख निकल गयी
..अअअअअअ। …..उम्म्म। …अअअअअ ..उउउउम्म्म

आराम से फूफा जी मुझे दर्द हो रहा है उस समय मुझे मेरी माँ याद आने लगी

लेकिन फूफ जी अपने जोश में थे वो मुझे चोदे जा रहे थे
और मेरी चूत का दर्द से बुरा हॉल था

तभी फूफा जी ने मुझे किश किया और एक और टकड़ा झटका मेरी कच्ची बूर में पेल दिया

इस बार तो मैं रोने लगी थी और मेरी आँखों से असू भी भर आ गए अअअअअ। … फूफा जी
आराम से मुझे दर्द हो रहा है। . उउउउम्म्म। ….अअअअअ

फिर भी वो मुझे चोदते रहे तभी फूफा जी ने अपना लण्ड मेरी चूत से भर नीकाला और कपडे से
मेरी बूर को साफ करने लगे जब मने कपडे को देखा तो वो लाल हो चूका था

मेरी चूत की झिल्ली टूट ‘चुकी थी इसलिए मेरी चुत से खून निकल रहा था

अपने लण्ड को साफ करके फूफा ने फिर से मेरी बूर में अपन लण्ड फिट कर दिया
और मुझे चोदने लगे 10 मिटन की चुदाई के बाद

अब मुझे भी मज़ा आने लगा था और फिर मैं अपने फूफा से बोलने लगी और तेज़ कुत्ते और तेज़
अअअअअ। ..अअअअ। …उउउउम्म्म

जल्दी और तेज़ वो भी अपने स्पीड तेज़ कर चुके थे

करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद फूफा जी ने अपना लंड मेरी चूत से भार निकाला और फिर
अपने लोड़े को हाथ से पकड़ कर हिलाने लगे

उस के बाद अपना सारा माल मेरे मुँह पर निकल दिया
मैं भी फूफा जी के लण्ड से निकले सफ़ेद माल को चाट चाट कर पी गयी

फिर तो हर रात फूफा जी मेरी चुदाई करने लगे जब तक मैं उन के घर पर रही
लेकिन दोस्तों जब भी मैं बुआ और फूफा जी के घर जाती हु

तो वो मेरी चुत चोदने के लिए हमेशा तयार रहते है

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