/*google adsense code */ पडोस वाली माँ बेटी की चुदाई - Chachi ki chudai kahani

पडोस वाली माँ बेटी की चुदाई

अपने पडोस में मैंने माँ बेटी की चुदाई की और दोनो को अपने लंड
का मजा दिया पड़ौस वाली चाची ओर उसकी कुंवारी बेटी को

मुझसे क्यों चुदाना पड़ा कहानी को जाने के लिए आगे पढ़े ” chachi ki chudai kahani ”

हैलो दोस्तो मेरा नाम मोंटी उम्र 22 साल और उत्तर प्रदेश जिला गाजियाबाद का
रहने वाला हूं, मैं अभी बीए सेकेंड ईयर का स्टूडेंट हूं

साथ ही साथ मेरा रंग गोरा और मेरी हाइट 5.11 है, स्कूल से पास आउट होने के बाद
मैने जिम ज्वाइन कर ली थी, जिस वजा से मेरी बॉडी भी बहुत सेक्सी है

मेरे लण्ड का साइज 8 इंच लंबा और स्ट्रांग औजार से काम नहीं है

चाची ओर बेटी की चुदाई एक साथ, ये कहानी कब और केसे शुरू होती है
दोस्तो जितने ध्यान ओर मजे के साथ आप लोग मेरी इस कहानी को पड़ रहे हैं

उसे ज्यादा मजा मुझे आप लोगो के साथ अपनी सच्ची चुदाई कहानी को शेयर करने में
आ रहा है चलिये अब मैं आप को बताने जा रहा हूं इस कहानी के बारे में

दरसल ये बात 1 साल पहले की है जब मैने अपनी 12 क्लास पास की थी
मेरे साथ ही अन्वी भी मेरी क्लास मेट थी और उसका घर भी मेरे मोहल्ले में है

अन्वी की मम्मी का नाम सुनीता है और उसके पापा कनेडा में पिछले 10 सालो से जॉब कर रहे हैं
वो घर बहुत कम आते हैं क्योकि अन्वी के पापा को डॉलर कमाने का बहुत सोक है

अन्वी मुझे स्कूल टाइम से ही बहुत अच्छी लगती थी

मैं उसे मन ही मन पसंद किया करता था, लेकिन मेरी प्रेम कहानी मेरे मन में ही रही
मैंने कभी अन्वी को साफ साफ नहीं बोली ये बात अन्वी भी ये बात जानती थी

कि मैं उसको लाइक करता हूं मेरी तरह अन्वी का भी वो ही हाल था
इस लिए उसने भी कभी मुझे खुल कर कुछ नहीं बोला

दोस्तो अन्वी अपनी माँ को बहुत प्यार करती है क्योकि अन्वी का कोई भाई बहन नहीं था
वो अपने घर में अकेली ही थी और उसके पापा कनेडा जाने के बाद

अनवी ओर सुनीता चाची को मानो भुल ही गए हो वो बस कनाडा से उन के लिए

पैसे पोचा दिया करते थे इसे ज्यादा वो उन से बात नहीं करते थे
ये सारी बत मुझे अन्वी और उसकी मां ने मुझे बताई थी जब मैंने उनकी चुदाई की

दोस्तों जैसा की माने आप सभी को बताया की स्कूल टाइम से ही मैं अन्वी को लाइक करता था
लेकिन कभी बोल नहीं पाया लेकिन स्कूल से घर आ कर मैं अन्वी के नाम की मुठ मार लिया करता था

और उसकी चुदाई करने के सपने देखता था जिस वजा से माने अन्वी के बारे में सोच सोच कर
अपने लंड का माल बहुत बार निकाल दिया था

दोस्तों पहले मैं आप को अन्वी और उस की माँ के बारे में थोड़ा बहुत बाता देता देता हूँ अनवी भी मेरी उम्र की है
और उसका रंग गोरा दूद की मलाई की तरह है ओर हाइट 5.7 फिगर 32-28-34,

सुनीता चाची की उम्र 44 रंग गोरा हाइट 5.4 फिगर 36-30-36, चाची जी को घर पर योग
करना अच्छा लगता है ” chachi ki chudai kahani ”

इसलिए उन्होंने अपने शरीर को बहुत अच्छे से फिट रखा हुआ है

दोस्तो मैंने और अन्वी ने स्कूल के बाद एक साथ एक ही कॉलेज में दाखिला लिया
और साथ में जाने लगे पब्लिक ट्रांसपोर्ट से आने जाने में मुझे समस्या होती थी

इस लिए कॉलेज आने जाने के लिए पापा ने मुझे कुछ दिन बाद नई कार निकलवा कर दी
फिर मैं और अन्वी अपनी पर्सनल कार से जाने लगे

करीब 1 महने बाद हम दोनों एक दूसरे से बहुत बात करने लगे क्योकी
कॉलेज एक साथ जाते समय हम दोनों ही कार में होते थे

इस्लीए हम पहले से जड़ एक दूसरे को अच्छे से जाने लागे एक दिन मैंने अपने दिल को
समझा कर अन्वी को अपने प्यार का इजहार कर दिया

वो भी मुझे लाइक करती थी ये बात मुझे उसके फेस से और उसकी बातो से पता चलती जाति थी
मेरी बात सुन कर अन्वी ने कुछ समय के लिए कुछ नहीं बोला और एक दम से चुप चाप बेठ गई

करीब 10 मिंट बाद उसने अपने फोन से कार की ब्लूटूथ कनेक्ट की
और उसमे एक रोमांटिक गाना चला दिया

मैं समझा गया कि ये मुझे गाना सुना कर अपने दिल की फीलिंग बता रही है
जब हम कॉलेज के पास पोचे तो मैन कार को पार्किंग में लगा दिया

और जैसी ही मैं कार से भार निकले के लिए उठाने की कोसिस की तो
माने देखा की अन्वी ने मेरा लेफ्ट हैंड पकड़ा हुआ है ओर अपनी गर्दन हिलाते हुए

कार से उतरने के लिए मुझ से माना करने लगी

Chachi ki chudai kahani – बाप ने बेटी को जबरदस्ती चोदा 

मैं उसकी इस खामोशी को समझ रहा था इसलिए मैं उसके साथ कार में वापिस बैठ गया
वो अभी भी कुछ नहीं बोल रही थी फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने हाथ में ले लिया

उस के हाथो का इतना प्यारा टच मुझे पहली बार मिल रहा था इसलिए मैं भी चुप चाप बैठा रहा

करीब 5 मिनट के बाद उसने मेरा हाथ ऊपर की तरफ उठाया ओर अपने होठो से लगा लिया..उफ्फ
वो भी क्या पल था मनो जैसी मेरी आंखों के सामने ये सारी दुनिया थम सी गई हो

मुझे उस टाइम सिर्फ अन्वी दिख रही थी मैं भूल गया था कि हम कॉलेज की कार पार्किंग में है

अन्वी ने जब मेरे हाथ पर किस्स कि तो दोस्तों उसके बाद मैं अपने आप को रोक नहीं पाया ओर
फिर मैंने अन्वी के गाल पर किस कर दी

उसे मेरा किस्स करना अच्छा लगा था फिर उसने मुझे गले लगा लिया
उस का इतना सॉफ्ट बदन मानो जैसे मैंने किसी गुलाब के फुल को अपने गले लगा लिया हो

अन्वी ने मुझे बताया कि वो मुझे स्कूल टाइम से बहुत प्यार करता है
लेकिन कभी बोल नहीं पाई आज उसका प्यार बार बार भार निकल कर आ रहा था

गले लगाने के बाद हम दोनों क्लास लेने के लिए अंदर कालेज में चले गए

अन्वी के घर मेरा आना जाना फले से था लेकिन अब पहले से ज्यादा हो गया था क्योकि अब हम दोनो
एक दूसरे के बहुत करीब आ गए तो जब भी मुझे मोका मिलता मैं अनवी को

उसके घर पर ही किश ओर सुनीता चाची को हेलो कर आता

फिर एक दिन मैने और अन्वी ने कालेज बंक करने का प्लान बनाया ओर सीधे एक
होटल का रूम बुक कर लिया वह जा कर हम दोनों को आजादी मिल गई

ओर हम दोनों एक दूसरे को किस्स करने लगे होटल के रूम में अन्वी कुछ ज्यादा ही वाइल्ड हो गयी थी
और उसका किस्स करने का त्तरीका एक दम हट कर था उसने मुझे होथो पर किश करते करते अपने दातो से काट लिया था

जैसे ही उसने मुझे काटा तबी मेरे मुह से …..ऊउउ बहन चोद किया कर रही है
दर्द हो रहा है

अन्वी – बेबी मेरे लिए इतना दर्द नहीं सेह सकते क्या आप
मैं – जान आप के लिए दर्द तो क्या कुछ भी सह लूंगा इतना बोल कर मैंने भी फिर उसके

स्टाइल में अन्वी को होठो पर काट लिया

उसके बाद मैंने अन्वी को अपने हाथो में उठा लिए और फिर माथे पर किस करके बिस्तर पर लेटा दिया
अब वो मेरी तरफ बहुत प्यार से देख रही थी उसकी उन प्यारी आंखों को देख कर मुझे उस पर ओर ज्यादा

प्यार आने लगा और मैं फिर से उसे किस करने लगा किस्स करते करते माने उसका टॉप उतार दिया

मेरी आंखों के सामने अब वो नेट की ब्लैक ब्रा में थी उसके बूब्स ब्रा के अंदर सफ नजर आ रहे थे
तबी मैने उसकी ब्रा को अपने दांतो से खिच कर उतार दिया

ओर उसके नशीले बूब्स को चूसने लगा

तभी आन्वी के मुँह से – अअअअअ उम्म्म्म अअअअअ उम्म्म

बूब्स की चुसाई के बाद मैंने उसकी पेट उतार दी और अन्वी की क्लीन चुत को देख कर
मैंने अपना मुँह सीधा उसकी चुत पर रख दिया और बिना कुछ सोचे समझे चुत को चटने लगा

जब मैं चुत चुस रहा था करीब 5 मिनट बाद उसकी चुत ने पानी छोड़ दिया चुत का पानी बहुत मस्त था
मैं पागल कुत्ते की तरह अन्वी की चुत का पानी पी गया

चूत को चाटने के बाद मेरा लंड झटके मरने लगा उस के बाद माने अपने लुंड को पेट से भार निकाला
अन्वी मेरे लंड को देख कर बोली कितना बड़ा लंड है बेबी आप का

मैंने उसकी तरफ स्माइल करते हुए कहा ये मेरी जानआप के लिए है

अन्वी – फिर इंतज़ार क्यों करवा रहे हो ज्यादा
इतनी बत सुन कर माने अन्वी की चुत पर अपना लुंड सेट कर दिया

और चुत के अंदर आराम से झटका मार दीया लेकिन उसकी चुत टाइट थी
इस लिए मेरे लण्ड उस की चुत में जा नहीं रहा था

मैं कोसिस करते हुए अपने लन्ड को अन्वी की चुत में धकेलता रहा तबी मेरा लोडा
अन्वी की चुत में आधा चला गया ओर अन्वी की मुँह से चिख निकल गई अअअअअ उम्म्म अअअअ

प्लीजबाहर निकाल दो दर्द हो रहा है अअअअ उम्म्म अअअ ….

लेकिन उस समय मेरे लंड को चुत का माजा चाहिए था इस लिए माने अन्वी की बात नहीं सुनी
और उसकी चुत में एक और तकड़ा झटका पेल दिया इस बार तो अन्वी रोने ही लगी

और वो अपनी मम्मी को याद करने लगी अअअअअ माँ अअअअ उउउममम मम्मी बाचा ले

उसकी आंखों से आंसू निकलते देख मैं अन्वी को होठो पर किश करने लगा किस्स करने से अन्वी को
आराम मिल रहा था लेकिन मेरा लण्ड अपनी स्पीड में अंदर भार जा रहा था

जब मेरा लोडा भार आता तो वो आन्वी की चुत से लाल हो कर निकलता
मेरे सख्त औजार ने एक कुंवारी चूत की सील तोड़ दी थी

करीब 15 मिनट की चुदाई के बाद मेरा लंड अपना माल छोड़ने के लिए तैयार था
तभी मैने अन्वी की चुत से अपना बन्दुक भार निकाल कर और फिर उसके बूब्स के ऊपर

अपना माल डाल दिया…आआ….ऊऊ

उस चुदाई के बाद माने अन्वी को उसके घर छोड़ दिया और मैं भी अपने घर चला गया
कुछ दिन बाद हम दोनों का चुदाई करने का प्लान फिर से बना इस बार अन्वी ने मुझे

अपने घर पर बुलाया था मैं पढ़ाई के बहाने अन्वी के घर चल गया

जेसे ही मैं घर पोचा तो माने देखा की अन्वी निचे वाले फ्लोर पर दूसरीतरफ मुंह करके खड़ी है
माने पहले चारो ततरफ देखा कहीं सुनीता चाची ना हो फिर सीधा जा कर पीछे से पकड़ लिया

मुझे लगा अन्वी लण्ड ले कर पहले से ज्यादा हेल्थी हो गई है लेकिन उस टाइम मैं किस्स करने के मूड में था

इसलिए ज्यादा नहीं सोचा ओर पीछे गर्दन पर किश करने लगा जैसे ही माने किस्स की वो सिमट कर
मेरी तरफ मुँह कर लिया ” chachi ki chudai kahani ”

और मुझे कस कर गले से लगा लिया तभी मेरी नजर ऊपर की सफर गई माने देखा
अन्वी तो ऊपर है फिर ये कौन है माने डरते हुए उन्हें अपने गले से हटाया तो देखा वो सुनीता चाची थी

उस समय मैं उन को इस वजह से नहीं पेचान पाया क्योकि उन्होंने उस दिन अन्वी के कपड़े पहन रखे थे
सुनीता चाची को अन्वी समझ कर किश कर दी मैं उन को सॉरी बोलने लगा

लेकिन वो गरम हो चुकी थी वो मेरी तरफ वासना की नजरों से देखने लगी

अगर मैं उस समय ये बोलता की अन्वी समझ कर माने आप को किस कर दी तो फिर
मुझे अन्वी को चोदने का मोका भी नहीं मिलता इसलिए माने अपनी सू समझ से सुनीता चाची की वासना को देखते हुए

कुछ नहीं बोला ओर चुप चाप खड़ा रहा लेकिन सुनीता चाची को लगा कि मैं उन की चुदाई करना चाहता हूं

उन की चुत की पियास भी बहुत दिनों से भुजी नहीं थी इसलिए चाची ने मुझे कुछ नहीं बोला
और मेरी तरफ वो अभी भी लन्ड लेने की उम्मीद से देख थी तभी उन्होंने

मेरा हाथ पकड़ा और मुझे अपने रूम मे ले गई ओर चूमने लगी उस समय मैं उन को कुछ नहीं बोल सका
तभी अन्वी का मैसेज मेरे फोन पर अता है, कहाँ हो अभी तक पोचे नहीं स्टडी कब करनी है

सुनीता चाची ने वो मैसेज पढ़ लिया था ओर मेरे फोन ले कर अन्वी को रिप्लाई में लिख दिया 20,25 मिनट
लग जाएगा आने में तब तक तुम स्टडी करो

ओर फिर वो मुझे किश करने लगी थोड़ी देर बाद मैं भी गरम हो गया था और उनको
मजा देने लगा चाची निचे अपने घुटनो पर बैठ गइ और मेरी पेन्ट से मेरा नाग निकाल लिया

और अपने हाथो से हिलाने लगी ओर बोला अन्वी के पापा का ल भी इतना ही बड़ा है

लेकिन उन्होंने मुझे लन्ड के लिए तरसा दिया इतना बोल कर चाची ने मेरा लण्ड अपने मुह में डाल लिया
और बड़े प्यार से चूसने लगी .अअअअ उउउममम

मुझे मज़ा आने लगा क्योकि किसी ने मेरे लंड की मालिस पेहली बार की थी
5 मिंट की लंड चुसाई के बाद मेरे लंड ने चाची की मुह में ही अपना माल डाल दिया

चाची भी मेरे नाग से निकले माल को बड़े प्यार से पी गई फिर मैं चाची के बड़े बड़े
बूब्स के साथ खेलने लगा उन की चुसाई करने लगा मुझे चाची के बड़े बूब्स मस्त लग रहे थे

क्योकी अन्वी के बूब्स उसकी माँ से छोटे थे चाची ने भी मुझे अपने बूब्स जम कर पिलाये

अब चाची से रुका नहीं जा रहा था उन्होंने फिर से मेरी लोडे की मुठ मार कर खड़ा कर दिया
और फ़िर बेड पर अपनी टांगे फेला कर लेट गइ अब उन की चुत मेरे लन्ड के सामने थी

चुत को देख कर मैं पागल हो गया ओर सुनीता चाची की चुत पर अपना लण्ड सेट कर दिया

चाची की बूर टाइट हो चुकी थी क्योकी करीब 10 सालो से उन को लंड नहीं मिला था
फिर माने अपने लोडे का टोपा चाची की चुत मे पालना शुरू किया और एक झटका लगा दिया

मेरे एक झटके में चाची की चुत में मेरा आधा औजार पोच गया और चाची के मुह से एक दम
उम्म्म अअअअ की सेक्सी आवाज़ निकल पड़ी

दूसरे झटके मैंने पहले से ज्यादा पावर के साथ लगाया और इस बार अपना पूरा सुपरा सुनीता चाची
की पुराणी चूत में उतार दिया ओर चाची फिर से अअअअ उउउमम करने लगी
5 मिंटबाद मुझे और चाची को मज़ा आने लगा मैं उन की चुत को मस्ती से चोद रहा था

तबी चाची बोली ओर तेज अअअअ उउउ मममम अअअअ उउउउममम मोंटी ..बेटा ओर तेज….

ये सुन कर मैंने चाची की चुदाई डबल स्पीड से करना शुरू कर दिया करीब 20 मिंट बाद
माने अपना लन्ड चाची की चुत से निकल लिया और अपने माल की पिचकारी उन के मुह में मार दी
ओर वो मेरा सारा माल चाट गयी

चाची की चुदाई के बाद मैंने उनसे कहा कि अब मैं अन्वी के साथ पढ़ाई करने जाऊ तो उन्होंने मुस्कान करते
हुए बोला है बेटा जाओ और अपना घर समझ कर आ जाओ करो उसके बाद में ऊपर अन्वी के रूम में चला
गया और अन्वी की भी जम कर चुदाई की ” chachi ki chudai kahani ”

दोस्तों अब मैं मोका देख कर कभी अन्वी की चुत मारता हूं ओर कभी उसकी मां की
एक ही घर में मुझे दो चूत छोड़ने का मोका मिलता है

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