टूशन टीचर ने मेरी चुदाई करके चूत चीर डाली

टीचर का नाम सुन कर आप सभी को पढाई याद आ गयी होगी लेकिन मेरी इस कहानी
में पढाई के साथ चुदाई का भी तालमेल है , होम टूशन बच्चो के लिए उनके पेरेंट्स

बच्चो की सेफ्टी और एक्स्ट्रा क्लास के लिए लगवाते है पर मेरी टूशन क्लास में
स्टडी से ज्यादा मेरे टीचर ने मेरी टाँग उठा उठा कर अच्छे से मेरी चूत को चोदा है

हेल्लो दोस्तों मेरा नाम वर्षा है अभी मैं कॉलेज में हु लेकिन मेरी ये कहानी 12th क्लास की है
जब मुझे अपने एग्जाम के लिए होम टूशन राकेश सर से लेनी पड़ी

राकेश सर की उम्र ज्यादा नहीं है वो बस मुझ से 3 या 4 साल बड़े है ओर हमारे घर के
पास ही रहते है होम टूशन के साथ वो उस समय जॉब की प्रेपरेशन भी कर रहे थे

लेकिन अब उनकी बहुत अच्छी नौकरी लग गयी है

मेरी ये कहानी होम टूशन से चुदाई टूशन तक कैसे चली गयी दोस्तों जितना जल्दी आप सभी
मेरी इस कहानी के बारे में जानना चाहते हो उसे ज्यादा जल्दी मैं आप सभी के

साथ अपनी ये ‘ टूशन टीचर ने चोदा ‘ कहानी शेयर करना चाहती हु चलए अब मैं आप
सभी को बताती हु आखिर किताबो से ले कर चूत और लंड का ये सफर केसा रहा

12th क्लास के दौरान मुझे एक्स्ट्रा स्टडी की जरूरत थी इसलिए मेरे पापा ने मेरे
लिए राकेश सर को होम टूशन के लिए बोला उस समय राकेश सर को भी पैसो की

जरूरत थी इस लिए वो अपनी स्टडी के साथ साथ होम टूशन के लिए तैयार हो गए
राकेश सर को मैंने पहले भी काफी बार देखा था लेकिन जब वो हमरे घर आये उस दिन

पहली बार मैंने उनको इतने करीब से देखा था वो दिखने में जिनते स्वीट लगते थे उसे
ज्यादा स्वीट उनकी बाते लगती थी वो स्टडी के साथ साथ मज़ाक भी करते रहते थे

जब वो मुझे टूशन क्लास देते थे तो मुझे बोर नहीं हने देते थे उनका पढ़ाने का तरीका
मुझे बहुत अच्छा लगा था धीरे धीरे हम दोस्त की तरह हो गए

राकेश सर मेरे साथ अपनी बाते शेयर करने लगे थे मैं भी उनको अपने स्कूल की
बाते बताती थी , एक बार एक लड़के ने मुझे स्कूल में मुझे परपोज़ कर दिया वो

मुझ से फ्रेंडशिप करना चाहता था लेकिन मुझे उस में इंट्रेस्ट नहीं था ये बात मैंने
राकेश सर के साथ शेयर कर दी , वो लड़का मुझे बहुत ज्यादा परेशान करने लगा

एक दिन मैंने देखा तो राकेश सर उस लड़के से बात कर रहे थे स्कूल के भार जिस ने
मुझे परेशान कर रखा था जब वो घर पर टूशन क्लास देने के लिए आये तो

मैंने उनसे पूछा आप आज स्कूल के भार उस लड़के से क्या बात कर रहे थे
वो मेरी बात सुन कर हसने लगे फिर उन्होंने बोला कुछ नहीं बस इतना बोला की

अगली बार से वर्षा को परेशान मत करना , दोस्तों वो मेरी केयर भी करते थे

इसलिए वो मुझे अच्छे लगने लगे थे मेरी क्लासमेट गर्ल्स अपने अपने बॉयफ्रेंड की बात
एक दूसरे के साथ शेयर करती रहती थी लेकिन मेरा अभी तक बॉय फ्रेंड नहीं था

और मुझे समझ में भी नहीं आ रहा था आखिर किस तरह के लड़के को अपना बॉयफ्रेंड
बनाऊ क्योकि मैं जल्दी से किसी की बात पर भरोशा नहीं करती इसलिए में अभी तक

सिंगल थी लेकिन धीरे धीरे मेरी फीलिंग राकेश सर के लिए बढ़ने लगी मुझे वो टीचर से
ज्यादा एक अच्छे दोस्त की तरह लगते थे लेकिन उनके दिल में मेरी लिए क्या

फीलिंग थी मुझे नहीं पता था उसके लिए मैंने राकेश सर की तरफ अपना इंट्रेस्ट
शोर करना स्टार्ट कर दिया वो मुझे इस तरह से देख कर कुछ बोलते नहीं थे लेकिन

वो समझ गए की मैं उनको पसंद करने लगी हु लेकिन हमारा रिस्ता एक दूसरे के
साथ टीचर और स्टूडेंट का था इसलिए हम दोनों की फीलिंग

दिल में ही रह जाती थी एक दिन मम्मी पापा और छोटा भाई तीनो मामा जी के घर चले गए उस दिन
मैंने उनको अपनी नोट बुक में लिख कर परपोज़ कर दिया

मेरे दिल में उनके लिए जितनी भी प्यार वाली फीलिंग्स थी मैंने सब लिख कर
उनके हाथ में वो नोट बुक रख दी फिर पानी पिने के भाहने उनके पास से उठ कर

उनको दूसरे रूम से छुप कर देखने लगी जब मैं दूसरे रूम में आ गयी तो वो उस नोट
बुक को खोल कर पढ़ने लगे , मेरा ध्यान उनके फेस की तरफ था नोट बुक

में लिखी लाइन्स को पढ़ते पढ़ते वो मुसकुरा रहे थे , फिर मैं अचानक से उनके पास चली
गयी और सर से बोला की सर सॉरी गलती से आज मैंने आप को दूसरी नोट बुक दे दी

होम वर्क वाली नोट बुक दूसरी है लेकिन वो मेरी तरह बड़े प्यार से देख रहे थे वो
मेरी इतनी प्यारी चालाकी को समझ गए थे इसलिए

उन्होंने प्यार से मेरा हाथ पकड़ा और फिर धीरे से मुझे अपने पास बैठा लिया
ओर कहा मैं जनता था आप मुझे पसंद करती हो

फिर वो मुझे समझाने लगे की आप मेरी स्टूडेंट हो मैं आप की फीलिंग की रेस्पेक्ट करता
हु और साथ ही मेरी उम्र आप से 4 साल बड़ी है

आप के स्कूल में इतने अच्छे अच्छे लड़के है क्यों नहीं आप उनमे से किसी के साथ
फ्रेंडशिप कर लो उनकी ये बात सुन कर मुझे अच्छा लगा लेकिन ये बात सुन कर

मुझे उनसे पहले से ज्यादा प्यार हो गया , इसलिए मने भी उनको अपना बनाने के लिए
उनसे गुस्सा हो कर खड़ी हो गयी और दूसरी तरफ अपना फेस कर लिए

फिर सर से बोला आज मुझे टूशन क्लास नहीं लेनी , सर बड़े प्यार से मेरे पीछे आ कर खड़े हो गए
और फिर बोलने लगे की मैं समझाता हु आप की फीलिंग्स

मैं – क्या आप किसी और लड़की को पसंद करते हो अगर ऐसा है तो वो भी क्लियर कर दो

सर – नहीं मैं सिंगल हु लेकिन मैं इन सब के लिए इस लिए रेडी नहीं होता इसे मेरी पढ़ाई
पर असर पड़ सकता है , मेरी फॅमिली के आर्थिक हालात अच्छे नहीं है

इसलिए मैं जल्दी से जल्दी अपनी लाइफ में सक्सेस होना चाहता हु

सर की बातो सुन मुझे अच्छा लगा वो बहुत पॉजिटिव थे और दूसरे लड़को की तरह आवारा नहीं
थे , मैं भी हमेशा से अपनी लाइफ में इसी तरह के इन्शान की चाह करती थी

मैं – तो क्या मेरी वजा से आपको पढ़ाई करने में प्रॉब्लम होगी

सर – नहीं ऐसा कुछ नहीं है वर्षा पर मैं ये सब नहीं करना चाहता अभी

सर की ये बात सुन कर मैं रोने लगी वो पीछे से मुझे चुप कराने लगे जब उन्होंने
मुझे पीछे से पकड़ा तो मैं अपने आप को रोक नहीं पायी और रोते हुए राकेश सर को

गले से लगा लिया उन्होंने भी मुझे कुछ नहीं बोला करीब 10 मिनट तक मैंने उनको ऐसे ही
पकड़ कर रखा फिर धीरे से उनके हाथ भी मेरी कमर पर आ गए

उन्होंने भी मुझे गले से लगा लिया मैं अभी भी रो रही थी उन्होंने मुझे चुप कराने के लिए
मेरे फॉर हेड पर किश की ,उनकी उस किश ने मुझे बहुत सुकून दिया

उस दिन से हम दोनों एक दूसरे के साथ रिलेशनशिप में आ गए टूशन क्लास के
टाइम वो मुझे रोज किश करने लगे अब तो मुझे उनके साथ किश करने की

आदत ही हो गयी थी कभी कभी वो मुझे अपने पास बैठा कर मेरे बूब्स को
भी टच कर देते थे हम दोनों के बीच में धीरे धीरे बहुत कुछ होने लगा लेकिन अभी तक सेक्स

नहीं हुआ था इसलिए एक दिन हमे सेक्स करने का मौका मिल गया मेरी फॅमिली घर से भार गयी थी
उस दिन तो राकेश सर ने मुझे उठा कर सीधा दीवार के साथ चिपका दिया और फिर

मेरी होठो को चूमने लगे मैं उस दिन सर का ये रूप देख कर चौक गयी क्योकि वो दिखने में
बहुत भोले भाले गलती है लेकिन आज तो वो किसी पोर्न स्टार की तरह मुझे उठा कर किश कर रहे

थे उनका ये स्टाइल देख कर मुझे बहुत अच्छा लगा रहा था मैं भी अपना होश खो कर उनको
किश करने लगी फिर मैं उनका हाथ पकड़ कर अपने साथ अपने रूम में ले गयी

रूम के अंदर जाते ही सर ने मुझे मेरे बिस्तर पर लेटा दिया और फिर मेरे ऊपर चढ़ गए
फिर वो मुझे इधर उधर चूमने लगे उनके किश करने से मैं गरम हो गयी थी

उसके बाद सर ने मेरी शर्ट को उतार दिया और अपनी भी , फिर तो वो मेरे बूब्स पर टूट पड़े मेरी ब्रा
खोल कर मेरे बूब्स के साथ खेलने लगे फिर मेरे पेट को चूमा , अअअअअ उउउउउम्मम्मम अअअअअ

सर ने फिर मेरी पेंट भी खोल दी और मेरी कच्छी के अपने दातो से निचे कर दिया
मेरी स्वीट सी चूत को अपनी वासना भरी आँखों से देखने लगे और फिर मेरी

चूत में बिना सोचे समझे अपना मुँह घुसा दिया और फिर मेरी चूत को पिने लगे अअअअअ
सर। ….. उउउउउम्मम्म मुझे बहुत अच्छी वाली फीलिंग आ रही थी जब

सर की जीब मेरी चूत का शिकार कर रही थी

चुत की चुसाई करने के बाद राकेश सर ने अपना 9 इंच लम्बा लन्ड निकाल कर मेरे
बूब्स के ऊपर रख दिया मैं उनके इतने बड़े लंड को देख कर डर गयी

फिर सर ने मुझे अपना लण्ड चूसने के लिए कहा लेकिन उनका लंड इतना बड़ा था की
मुझे समझ में नही आ रहा था की लन्ड को कैसे चूसना है

सर ने अपने हाथ से अपना लंड पकड़ा और फिर मेरे होठो पर रख दिया , मेरे
लिप्स के ऊपर अपने लंड के टोपा को रगड़ने लगे फिर उन्होंने अपने हाथ से मेरे

फेस को पकड़ा कर मेरे मुँह को खोल दिया मैं उनकी तरफ देख रही थी
जब उनका गर्म लण्ड मेरे मुँह में गया तो सर ने पीछे से मेरे बाल

पकड़ कर मेरे मुँह में अपने लोडे को आगे धकेल दिया उनका लण्ड पहले ही
झटके से मेरे गले तक चला गया उनके बड़े लंड की वजा से मुझे सास लेने में

भी प्रॉब्लम हो रही थी लेकिन फिर भी सर अपने औजार को मेरे मुँह में पेलने
में लगे हुए थे ,फिर उन्होंने अपना लन्ड निकाल कर मेरी चूत पर रख दिया

जब उनके लन्ड का टोपा मेरी सेक्सी चूत पर लगा तो मेरी चूत मध्होस हो गयी
अपने आप ही चूत से पानी निकलने लगा सर ने मेरी चूत का पानी

अपने लन्ड पर लगा कर अपने हथियार को चिकना कर दिया फिर उन्होंने अपने
लण्ड को एक हाथ से पकड़ कर सीधा मेरी चूत के अंदर डालने लगे

उफ्फ्फ। … चुदाई की वो फीलिंग मुझे पागल किये जा रही थी

तभी सर ने मेरी बढ़ती हुए बेचैनी को देखते हुए अपने लण्ड को मेरी बूर में डाल दिया
अअअअअ उउउउम्म्म माँ अअअअअ उउउउम्म्म। …. उउउउउम्म्म

सर अअअअ ,मम्मी आआआ उउउउम्मम्म कसम से मेरी जान निकल गयी थी
अभी तो बस उन्होंने अपने लंड का आगे वाला ही टोपा अंदर डाला था

सर ने फिर धीरे से एक झटका मर दिया उसके बाद तो मेरा बुरा हॉल हो गया
मैं अचानक से उठ गयी मेरी चूत से खून निकल रहा था खून की वजा से

बेड की चादर लाल हो गयी थी सर मुझे चूप करने लगे मैं उनको कास कर पकड़ लिया
वो निचे बेड पर लेट गए मैं उनके ऊपर फिर वो मुझे प्यार से किश करने लगे

लेकिन मेरी चूत में अभी भी दर्द हो रहा था सर मुझे प्यार से समझने लगे की थोड़ी देर होगा
बस दर्द मैं उनकी बात मान कर फिर से अपनी दोनों टांगे खोल कर लेट गयी

उसके बाद सर ने मेरी चूत के बीचो बिच फिर से अपना लन्ड चिपका दिया मुझे डर लग
रहा था उनके लण्ड से लेकिन मैं सर को नाराज़ नहीं करना चाहती थी

इसलिए फिर मैंने थोड़ा अपने आप को समझा कर फिर से रेडी हो गयी सर ने
इस बार लन्ड चूत पे सेट करके 2 , 3 झटके में ही मेरी चूत के अंदर उतार दिया

अअअअअ …. उउउउउउम्मम्मम आआआ उउउउम्म। … ऊऊफफफ

लेकिन इस बार सर रुकने वाले नहीं थे उनका साथ देते हुए मैं भी अपने दर्द को भूल गयी
और दर्द के साथ चुदाई के उस मज़े को लेने लगी जिस के लिए हर लड़की हमेशा

से परेशान रहती है अब तो मुझे भी मज़ा आने लगा था उनका गरमा गर्म लन्ड मेरी
चूत की प्यास भुजाने में लगा था कबीर 20 मिनट अपने औजार से मेरी बूर में

अपने फुल जोश में चुदाई करके मुझे परम आनंद दिया फिर उन्होंने अपना लन्ड
निकाल कर मेरे मुँह पे अपने माल की पिचकारी मर दी

उस दिन के बाद से सर मुझे टूशन की क्लास के साथ जब उनका मान करता तो चुदाई की एक्स्ट्रा
क्लास भी दिया करते थे आज भी हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते है अब उनकी

जॉब लग गयी, पहले से उनकी आर्थिक हालात अच्छे हो गए दोस्तों ये थी
मेरी चुदाई की कहानी मेरे टूशन वाले टीचर के साथ

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